उत्तराखंड की बेटी स्नेह राणा लगातार अपने शानदार प्रदर्शन से इंग्लैंड में इतिहास रच रही है। उन्होंने हारी हुई बाजी को जीत के दरवाजे पर ला कर खड़ा कर दिया उनकी कामयाबी से उनके परिजनों में खुशी की लहर है साथ ही देश व प्रदेश भी उन पर गर्व कर रहा है।
बता दें कि इंग्लैंड के ब्रिस्टल में जब लग रहा था कि भारतीय महिला क्रिकेट टीम पहला टेस्ट मैच हार जाएगी, ऐसे समय में स्नेह राणा ने अपनी शानदार बल्लेबाजी कर अपना लोहा मनवा लिया। उन्होंने आखिरी दिन नाजुक समय में 80 रनों की नाबाद पारी खेल असंभव को संभव कर दिखाया और मैच ड्रॉ करा दिया। फॉलोऑन खेलते हुए भारत की पारी बुरी तरह लड़खड़ा रही थी टीम का छठवां विकेट 189 रनों के स्कोर पर खो दिया था। उस समय स्नेह राणा ने मैच को संभाल लिया।
स्नेह ने पहले शिखा पांडे के साथ 8वें विकेट के लिए 41 रन की साझेदारी की और पारी की हार को टाला। फिर स्नेह राणा और तान्या भाटिया ने 9वें विकेट के लिए नाबाद शतकीय निभाई। आखिर में इतिहास रचते हुए उन्होंने मैच ड्रॉ कर दिया। बता दें कि स्नेह का ये पहला टेस्ट मैच था। उन्हें इससे पहले इंग्लैंड की पहली पारी के चार विकेट भी चटकाए थे, जिसे उन्होंने अपने स्वर्गीय पिता को समर्पित किया था।बल्लेबाजी का नंबर आया तो उन्होंने ये साबित कर दिया कि वह बेहतरीन प्रतिभा की धनी है।
गौरतलब है उन्होंने दो माह पहले ही अपने पिता को खोया है। उन्होंने पांच साल बाद इंटरनेशनल क्रिकेट में वापसी की है। स्नेह राणा ने 2014 में डेब्यू किया था, सिर्फ 7 वनडे और 5 टी20 खेलने के बाद ही इस होनहार ऑलराउंडर को चोट लग गई थी जिस कारण उन्हे पांच साल मैदान से दूर रहकर बहुत कुछ झेलना पड़ा।