देश में भले ही कोरोना का कहर कम हो रहा हो लेकिन अभी भी डॉक्टर लगातार यहीं कह रहे है कि खतरा टला नहीं है। एक बड़ा खतरा तीसरी लहर के रूप में सामने है। लगातार सावधानी बरतने के लिए कहा जा रहा है। इन सबके बीच एक और बड़ी खबर सामने आ रही है । एम्स ऋषिकेश निदेशक प्रोफेसर रविकांत ने कोरोना संक्रमण को लेकर बड़ा दावा किया है। उन्होंने कहा कि कोरोना भारत में अभी चार साल और रहने वाला है।
बता दें कि एम्स निदेशक के मुताबिक कोई भी महामारी दुनिया में आती है, तो वह चार साल रहती ही है। इससे बचने का सिर्फ एक तरीका है, वैक्सीनेशन और सावधानी। कोरोना से बचाव के नियमों का भी सख्ती से पालन जरूरी है। दोनों काम कोई भी व्यक्ति कर लेता है तो उसे न अस्पताल और न ही आईसीयू की जरूरत पड़ेगी।वैक्सीनेशन के बगैर इस संक्रमण को खत्म ही नहीं किया जा सकता है।ऐसा नहीं किया गया तो कोरोना की लहर आती ही रहेगी।
प्रोफेसर रविकांत के अनुसार वैक्सीनेश के बाद अगर संक्रमण होगा भी है तो यह सामान्य खांसी-जुकाम की तरह निकल जाएगा। उन्होंने यह भी बताया कि अगर माता-पिता दोनों वैक्सीन लगाते हैं, तो उनके बच्चों को कोरोना छू भी नहीं सकता है। कॉलेज में शिक्षक वैक्सीनेट होंगे, तो स्टूडेंस तक संक्रमण नहीं पहुंचेगा ।गर्भवती महिलाओं के लिए वैक्सीनेशन की इजाजत मिली है। अभी पांच साल के बच्चों के लिए वैक्सीनेशन को लेकर रिसर्च जारी है। इसके परिणाम सामने आने के बाद उनका भी टीकाकरण किया जा सकेगा। इसलिए लापरवाही न बरते और कोरोना को खत्म करने के लिए बचाव और वैक्सीनेशन जरूर करे।